लोक निर्माण विभाग में कर्मचारियों के वेतन में चल रहा गोरखधंधा हो रहा वेतन में बंदरबांट
लोकनिर्माण विभाग विद्युत अनुरक्षण खंड 2 के कालीदास मार्ग कार्यस्थल पर कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की फर्जी नियुक्ति दिखा कर एवम अन्य गलत कार्यों को संपादित कर धन उगाही कर भ्रष्टाचारियों के विरूद्ध जांच करा कर करवाई करने के संबंध में आपके संज्ञान में लाना है जवाहर भवन कार्यालय से प्राप्त सूचना के अनुसार कार्यस्थल कालीदास मार्ग पर नौ कर्मचारियों का वेतन आहरित किया जा रहा है जबकि वास्तविक में कार्य स्थल कालीदास पर 6 आउटसोर्सिंग कर्मचारी कार्यरत हैं इससे ये प्रतीत होता है की श्री जावेद अहमद अवर अभियंता कार्यस्थल पर कार्यरत वर्क एजेंट श्री धनंजय मिश्र के मध्य तीन आउटसोर्स कर्मचारियों के वेतन का बंदरबाट का भ्रष्टाचार किया जा रहा है जो की जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य कर रही ।
उत्तर प्रदेश सरकार के लिए बड़ा खेद जनक प्रकरण है आउटसोर्सिंग कर्मचारी के सूत्रों के अनुसार कार्य स्थल कालीदास मार्ग पर श्री अमन कुमार शर्मा श्री नागेश कुमार मौर्य श्री सौरभ रावत श्री राजकुमार श्री हरिश्चंद्र यादव तथा श्री गौरी शंकर मिश्र कार्यरत है जबकि श्री शतजय श्री वेद प्रकाश मिश्र तथा श्री अजय सिंह न तो कार्यरत है और न ही कोई इन्हे जानता है ।
ये प्रकरण लगभग तीन वर्ष पूर्व से किया जा रहा है जिससे उत्तर प्रदेश सरकार की पैसे का दुरुपयोग हो रहा है ।
निर्माण इकाई अनुरक्षण विद्युत के अंतर्गत कार्यस्थल मुख्य अभियंता कार्यालय पे कार्यरत हैं कुछ अधिकारियों द्वारा नियम विरुद्ध संबंधीकरण करके विद्युत अनुरक्षण खंड नंबर 2 लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत कार्यस्थल कालीदास मार्ग गौतम पल्ली तथा बौखंडी मंत्री आवास आदि का अनुरक्षण कार्य करने के लिए अतिरिक्त कार्यभार श्री जावेद अहमद अवर अभियंता को दिया गया है, जो कि उत्तर प्रदेश की नीतियों के नियम विरुद्ध है एवम इन कार्य स्थलों पर बिना कार्य संपादित कराए हुए लाखो रुपए की धनराशि की एम,बी बनवाकर विभाग में नए तैनात हुए मुख्य अभियंता को भ्रमित कर उनके द्वारा संबंधित ठेकेदार को अत्याधिक धन का भुगतान कराकर श्री जावेद अहमद और अभियंता कार्यस्थल पर कार्यरत वर्क एजेंट श्री धनंजय मिश्र के मध्य में घूसखोरी एवं भ्रष्टाचार कर धन उगाही का कार्य किया जा रहा है।
लखनऊ संवाददाता अमित कुमार मिश्रा की रिपोर्ट