79वें स्वतंत्रता दिवस पर आरजीआईपीटी निदेशक आचार्य हरीश हिरानी का राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं का आह्वान
आर जी आई पी टी जायस/ अमेठी
राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी (आरजीआईपीटी), अमेठी में आज 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े उत्साह और देशभक्ति के जोश के साथ मनाया गया। तिरंगा फहराने के बाद आयोजित मुख्य समारोह में निदेशक आचार्य हरीश हिरानी महोदय ने छात्रों, संकाय सदस्यों और संस्थान समुदाय को संबोधित किया।
अपने संबोधन में निदेशक ने कहा कि “15 अगस्त 1947 हमारे राष्ट्रीय इतिहास का वह क्षण है जिसने भारत को केवल राजनीतिक स्वतंत्रता ही नहीं, बल्कि आत्मगौरव और आत्मनिर्भरता की पहचान भी दी।” उन्होंने महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, सरदार पटेल और पंडित नेहरू सहित सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
निदेशक ने युवाओं, विशेषकर छात्रों से राष्ट्र निर्माण में अधिक से अधिक योगदान देने का आह्वान करते हुए कहा,
“आज जब भारत ‘अमृत काल’ में प्रवेश कर चुका है और 2047 तक विकसित भारत का सपना साकार करने का लक्ष्य रखता है, तब राष्ट्रीय प्रगति की जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर है। तकनीक, ऊर्जा, अनुसंधान और नवाचार — इनमें अग्रणी बनने की चुनौती को हमें अवसर में बदलना है।”
उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे—
• बड़े सपने देखें और उन्हें साकार करने के लिए निष्ठापूर्वक प्रयास करें।
• अपनी शिक्षा का लक्ष्य केवल व्यक्तिगत सफलता न रखें, बल्कि उसे समाज और राष्ट्र के विकास से जोड़ें।
• अनुसंधान, स्टार्टअप, स्वदेशी तकनीक, स्वच्छ ऊर्जा और सामुदायिक सेवा में पहल करें।
• ईमानदारी, पारदर्शिता और सेवा भावना को जीवन का मूल मूल्य बनाएँ।
निदेशक ने स्पष्ट किया कि “राष्ट्र निर्माण केवल सरकार का कार्य नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है।” उन्होंने कहा कि छात्रों का ज्ञान और नवाचार देश को नई ऊर्जा देता है और हर छात्र का योगदान भारत के भविष्य की इमारत में एक मजबूत ईंट की तरह है।
कार्यक्रम के अंत में, निदेशक ने सशस्त्र बलों, वैज्ञानिकों, शिक्षकों, किसानों, मजदूरों और सभी भारतवासियों के योगदान को नमन करते हुए छात्रों से संकल्प लेने का आग्रह किया कि वे अपने हर प्रयास में तिरंगे का गौरव ऊँचा रखेंगे।
समापन में, पूरी सभा ने “जय हिंद, जय भारत” के नारों के साथ स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट