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दीपोत्सव के साथ प्रज्ञा पुराण कथा एवं गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति


दीपोत्सव के साथ प्रज्ञा पुराण कथा एवं गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति

 

मुसफ़िरख़ाना के घर-घर से आये हज़ारों दीप जले

सकड़ों लोगों ने लिया युग निर्माण का संकल्प

मुसाफ़िरखाना । 19 नवम्बर

 

बुधवार की शाम गायत्री प्रज्ञापीठ मुसाफ़िरखाना का प्रांगण घर-घर से आये हज़ारों दीपकों की रोशनी से जगमगा गया। छोटे-छोटे बच्चों, युवाओं व बुजुर्गों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ दीप जलाकर गायत्री दीप महायज्ञ में अपनी आहुति दी। क्षेत्रीय विधायक राकेश प्रताप सिंह सहित सैकड़ों लोगों ने दोनों हाथ उठाकर युग निर्माण का संकल्प लिया।

13 नवम्बर से प्रारंभ प्रज्ञा पुराण कथा एवं गायत्री महायज्ञ के अंतिम दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भीड़ अधिक होने के कारण सुबह 8 बजे शुरू हुआ हवन का कार्यक्रम दोपहर बाद तक चलता रहा, हज़ारों लोगों ने श्रद्धा से गायत्री महायज्ञ में प्रतिभाग किया व भंडारे में महाप्रसाद ग्रहण किया।

शाम के दीपयज्ञ की तैयारियां दोपहर से ही शुरू हो गई, बड़ी संख्या में कन्याएं दिये सजाने में जुट गई, कार्यक्रम स्थल पर हज़ारों दीप मालाएं सजाई गईं। शाम को अंतिम दिन की कथा प्रारम्भ करते हुए आचार्य कैलाश नाथ तिवारी ने मीराबाई का जिक्र करते हुए कहा कि जब सच्चे और निर्मल मन से आस्था की जाती है तो भगवान को भी अपने भक्त के पास आना पड़ता है, जब श्रद्धा व भक्ति सच्ची होती है तब विष भी अमृत बन जाता है, मीराबाई को डसने के लिए उनके गले में डाला गया विषधर साँप भी हार बन जाता है। उन्होंने परम् पूज्य गुरुदेव की मानव में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण की परिकल्पना को साकार करने के लिए लोगों को श्रेष्ठ जीवन जीने की प्रेरणा दी। उन्होंने मार्च 2025 में आयोजित राष्ट्र जागरण 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ अमेठी के निमित्त प्रतिदिन कम से कम एक माला गायत्री मंत्र का जप, परम् पूज्य गुरुदेव की चिट्ठी अखण्ड ज्योति एवं युग निर्माण योजना का नियमित अध्ययन, युग निर्माण की सप्त क्रांतियों को आगे बढ़ाने, समय दान एवं अंश दान करने का सभी को दोनों हाथ उठाकर संकल्प दिलाया। तत्पश्चात दीप महायज्ञ का कार्यक्रम हुआ, संगीत वाद्य यंत्रों के साथ सुनील जी की टोली के जय महाकाल- जय महाकाल गीत पर श्रोता जमकर झूमे। गायत्री मंत्र की आहुति के साथ पूर्णाहुति अनूठे तरीके से दी गई। पूर्णाहुति में दक्षिणा के रूप में लोगों को अपनी एक बुराई त्यागने का संकल्प दिलाया गया। 

इससे पूर्व गौरीगंज के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने देव मंच पर पुष्पांजलि अर्पित की । अपने उद्बोधन में उन्होंने गायत्री परिवार के सामाजिक आंदोलनों की सराहना करते हुए राष्ट्र जागरण 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ को सफल बनाने में सभी को जुट जाने का आवाहन किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से क्षेत्राधिकारी मुसाफ़िरखाना अतुल कुमार सिंह, प्रियंक हरि विजय त्रिपाठी, गायत्री परिवार के युवा समन्वयक डॉ० दीपक सिंह आदि मौजूद रहे।

गायत्री प्रज्ञापीठ के व्यवस्थापक विजय बहादुर सिंह ने आभार व्यक्त करते हुए महिला मण्डल की महक यादव, कोमल यादव, कुसुमलता वैश्य, सरोज तिवारी, प्रतिभा द्विवेदी, जया कौशल, मंगला द्विवेदी, व कार्यकर्ता आत्मानंद द्विवेदी, वेद प्रकाश श्रीवास्तव आदि के प्रयासों की सराहना करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दिन-रात अथक परिश्रम करने वाले कार्यकर्ताओं का आचार्य कैलाश नाथ तिवारी ने तिलक व पुष्पवर्षा कर अभिनंदन किया

मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट

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