सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नसीराबाद बना रेफर सेंटर
मरीजों को जिला अस्पताल का सहारा
नसीराबाद,रायबरेली
बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार भले ही बड़ी-बड़ी बाते करे, लेकिन सच्चाई ये है कि जनपद रायबरेली में सामुदायिक केंद्र नसीराबाद संसाधनों एवं डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है।
वहीं स्वास्थ्य केंद्र नसीराबाद सिर्फ रेफरल सेंटर बन कर रह गया है जिससे दूरदराज के गांवों के मरीजों को जिला अस्पताल लाने में मरीजों को जान का खतरा बना रहता है।चौकाने वाली बात यह भी है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नसीराबाद से ज्यादातर मरीज जिला अस्पताल रिफर कर दिए जाते है।
सरकार द्वारा भले ही स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए प्रयास करने के दावे किए जा रहें हो, लेकिन नसीराबाद में स्वास्थ्य विभाग के दावों की हवा निकलती दिखाई दे रहा है, जहां हादसों में गंभीर रूप से घायल और अन्य बीमारियों के मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रिफर कर दिया जाता है।
ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि स्वास्थ्य केंद्र पर ना तो पर्याप्त संसाधन है और न ही MBBS/विशेष डॉक्टर हैं। स्वास्थ्य केंद्र से जब मरीज को जिला अस्पताल तक लाया जाता है तो उन मरीजों की जान खतरे में होती है।
सीएचसी नसीराबाद में बीते एक सप्ताह की बात करें तो यहां के डॉक्टरों ने दर्जनों से ज्यादा मरीजों को जिला अस्पताल रिफर किया। जिससे स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़ा हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सीएचसी नसीराबाद में तैनात डॉक्टर द्वारा गंभीर मामलों को छोड़ मामूली रूप से घायल व अन्य बीमारी से ग्रसित इलाज कराने आए मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रिफर कर दिया जाता है।
क्षेत्र की जनता मुख्य चिकित्साधिकारी से लगातार मांग कर रही है कि अस्पताल में योग्य MBBS डॉक्टर की पोस्टिंग की जाय।अभी हाल में ही किसान यूनियन द्वारा धरना भी दिया जा चुका है।
सूत्र तो यह भी बताते हैं कि जिले के अधिकारी अस्पताल समय में अस्पताल का निरीक्षण नही करते है अपितु ओ0पी0डी0 बंद होने के बाद आते है जिससे जनता का सामना न करना पड़ें।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट