गायत्री मंत्रा से प्रखर होती है बौद्धिक चेतना
मुसाफ़िरखाना । 8 अगस्त
गायत्री प्रज्ञा पीठ मुसाफिरखाना पर गुरुवार की शाम गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं की विशिष्ट गोष्ठी का आयोजन हुआ।
जिसमें मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वक्ता के रूप में युग तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के वरिष्ठ प्रतिनिधि परमानंद द्विवेदी ने अपने उद्बोधन में गायत्री मंत्र के तत्व दर्शन के व्यावहारिक पक्ष एवं दार्शनिक पक्ष पर प्रकाश डालते हुए गायत्री मंत्र को जन जन तक पहुंचाने का आह्वान किया ।
उन्होंने कहा इस सदी में लोगों की बौद्धिक चेतना को प्रखर करने के लिये सबसे उपयुक्त गायत्री मंत्र का जप है ।
साथ ही उन्होंने जनपद सुलतानपुर उत्तर प्रदेश में १३ से १७ दिसंबर तक आयोजित आगामी प्रांतीय कन्या कौशल शिविर* में कन्याओं को अधिक से अधिक संख्या में शामिल करने और अधिक से अधिक संख्या में बहनों को शामिल होने के लिए आह्वान किया।
इस अवसर पर परिव्राजक विजय बहादुर सिंह, आत्मानंद द्विवेदी, श्रद्धानंद द्विवेदी, महानंद द्विवेदी, वेद प्रकाश श्रीवास्तव, शिव शंकर लाल, प्रतिभा द्विवेदी, सरोज तिवारी, जया कौशल, आशा अग्रहरि, नंदिता कौशल, मंगला द्विवेदी, किरण कसौंधन आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट