कृषि विज्ञान केन्द्र की नवीनतम तकनीकों का हो प्रचार-प्रसार: दिनेश प्रताप सिंह
रायबरेली
आजादी के अमृत महोत्सव के अर्न्तगत स्वतन्त्रता दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में आये राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार विभिन्न प्रकार की सेवायें दे रही है। कृषि विज्ञान केन्द्र की सार्थकता तभी पूरी होगी
जब तकनीक किसानों के चौखट पर पहुँच जायेगी। के. वी. के. को अपनी तकनीकों का पर्चा बनाकर 10 दिन में किसानों तक पहुँचाना चाहिए। मैं चाहूँगा की एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की विभिन्न जानकारी किसानों तक पहुँचाया जाये। उन्होंने कहा कि जब कुशीनगर और मिर्जापुर का किसान एक एकड़ से स्ट्रॉबेरी की खेती द्वारा 20 लाख की आय कमा सकता है तो रायबरेली का कृषक क्यों नहीं? इसके लिए कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों को ग्राम पंचायत स्तर पर चौपाल लगाकर नवीनतम तकनीक कृषकों तक पहुँचानी चाहिए और उनकी समस्याओं का निराकरण भी करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि 1.50 करोड़ की लागत से सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर हार्टीकल्चर क्रॉप की स्थापना रायबरेली में की जा रही है जिसके द्वारा नवीन औद्यानिक फसलें जैसे- स्ट्राबेरी , ड्रॅगनफूट इत्यादि की उन्नत पौध कृषकों को जनपद में प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र की गतिशीलता हेतु अतिरिक्त बजट का प्रावधान मैं भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार से करा सकता हूँ
ताकि केन्द्र की गतिशीलता बढ़ सके और कृषि विज्ञान केन्द्र की नवीनतम तकनीकों का प्रचार – प्रसार कृषकों के मध्य हो सके।कार्यक्रम का आयोजन नीलिमा कुँवर अध्यक्ष/वरिष्ठवैज्ञानिक द्वारा आयोजित किया गया।
जिसमें किसानों के साथ केंद्र के सभी वैज्ञानिक व सारा स्टाफ उपस्थित रहा।
विकास श्रीवास्तव की रिपोर्ट