कानपुर में हिंसा एक -एक उपद्रवियों की हुई पहचान अफसरों ने संभाली कमान
रात दो बजे तक सदभावना चौकी में शासन की तरफ से भेजे गए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अजयपाल शर्मा, पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा, एडीजी जोन भानु भास्कर, कमिश्नर डॉ. राजशेखर, डीएम नेहा शर्मा और एडीएम सिटी अतुल कुमार सहित सभी अधिकारी डटे थे। चौकी में बैठकर वीडियो और फोटोग्राफ्स से उपद्रवियों की पहचान की जा रही थी। मुखबिर तंत्र को हाई अलर्ट पर के निर्देश पहले ही दे दिए गए थे। पुलिस पर सीधे पथराव करने वाले और बमबाजों की धरपकड़ के लिए रणनीति बनाई जा रही थी। दूसरी तरफ अफसरों के निर्देश पर उपद्रवियों की शिनाख्त कर ताबड़तोड़ एफआईआर दर्ज कराई जा रहीं थीं।
नई सड़क पर हुए हंगामे में पुलिस ने इस बात का भी ख्याल रखा कि अराजकतत्व पथराव और बवाल का भड़काऊ वीडियो न बना सके। पुलिस ने ऐसे लोगों को पकड़ने के साथ ही एक दर्जन से अधिक मोबाइल फोन तोड़ दिए।
नई सड़क, दादा मियां चौराहा, यतीमखाना, तलाक महल, बीडी मार्केट, पेंचबाग की सड़कों पर केवल खाकी वर्दी दिख रही थी। अंदर की गलियों में पीएसी को तैनात किया था। सायरन व हूटरों की आवाज से सन्नाटा तोड़ती गाड़ियों के पीछे की रणनीति उपद्रवियो में खौफ पैदा करना था।
मोहित श्रीवास्तव की रिपोर्ट