श्रावण मास में माह भर गर्भगृह में रुद्राभिषेक नहीं होगा: महंत मयंक भाल गिरि
शाम सात बजे से जलाभिषेक हो जाएगा बंद :
बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम (घुइसरनाथ), प्रतापगढ़
बाबा धाम में ग्यारह जुलाई से श्रावण मेला की शुरुआत होगी। एक माह तक लाखों श्रद्धालु दर्शन करने हेतु उमड़ेंगे।महापर्व को देखते हुए मंदिर प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। सोमवार को मंदिर के महंत मयंक भाल गिरि ने कार्यालय से दिशा निर्देश जारी कर दिया है। महंत ने कहा कि इस बार भी प्रत्येक वर्षों की भाँति हजारों भक्त श्रावण मास में होने वाली शयन और प्रातः कालीन आरती दर्शन हेतु आएंगे। दर्शनार्थियों को कम समय में बाबा के सुचारु रूप से दर्शन हो सके इसके लिए गर्भ गृह में स्टील की बैरिकेटिंग की विशेष व्यवस्था की गई है। महंत जी ने श्रावण मास में आरती के लिए भी विशेष तैयारी करने के निर्देश दिए है वहीं मंदिर के महंत ने बताया कि बाबा धाम में श्रावण मास में दर्शनार्थियों के सुविधाओं को ध्यान में रखते हुये 11 जुलाई से लेकर 9 अगस्त तक मंदिर के गर्भ गृह में रुद्राभिषेक पूरी तरह से वर्जित रहेगा।शाम को सात बजे से जलाभिषेक बन्द हो जाएगा उसके उपरांत बाबा का श्रृंगार और आरती होगी। श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार को प्रातःकालीन आरती ढाई बजे होगी। प्रत्येक सोमवार को भीड़ अधिक होने के कारण एक घंटा पहले प्रातः तीन बजे कपाट खोला जायेगा। प्रातः कालीन व शयन आरती के समय मन्दिर के गर्भ गृह मे भक्तो का प्रवेश वर्जित रहेगा ! उक्त जानकारी मंदिर के महंत मयंक भाल गिरि जी ने दी है।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट