सत्संग और भगवान नाम का जप मनुष्य के जीवन को बदल सकता है : महेंद्र कृष्ण जी (कथावाचक)
ऊंचाहार, रायबरेली
क्षेत्र के निरंजनपुर गांव में ग्रामीणों द्वारा आयोजित श्री मद्भागवत कथा का शुक्रवार 25 जुलाई को शुभारंभ हो गया, इससे पूर्व गुरुवार 24 जुलाई को कलश यात्रा निकाली गई और श्री मद्भागवत कथा के मुख्य यजमान भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रांतीय मंत्री अभिलाष चंद्र कौशल ने कथा प्रारंभ से पूर्व भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया , कथावाचक महेंद्र कृष्ण जी का तिलक किया और भागवत पुराण की आरती की।
इस संगीतमयी सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में पहले दिन भारी वर्षा के कारण कथा विलम्ब से शुरू हुई। इस पहले दिन की कथा में व्यासपीठ पर विराजमान विद्वान कथावाचक महेंद्र कृष्ण जी महराज ने देवर्षि नारद के जीवन का संक्षिप्त वर्णन किया। कथावाचक ने बताया कि देवर्षि नारद भगवान विष्णु के परम भक्त हैं। पिछले जीवन में वह सदैव संतों की सेवा और भगवान विष्णु की आराधना करते रहते थे। उनकी सेवा और भक्ति भाव से प्रसन्न होकर संतों ने उन्हें आशीर्वाद दिया था जिसके कारण वह सांसारिक जीवन से विरक्त हो गए और उन्हें भगवान विष्णु की भक्ति प्राप्त हुई।
कथावाचक महेंद्र कृष्ण जी ने कहा कि सत्संग और भगवान नाम का जप ही मनुष्य के जीवन में बदलाव ला सकता है। मनुष्य को किसी भी परिस्थिति में भक्ति और धर्म का मार्ग नहीं छोड़ना चाहिए।
भगवत कृपा से देवर्षि नारद हमेशा एक हाथ में वीणा और एक हाथ में करताल लिए सभी लोकों में कीर्तन करते रहते थे और पृथ्वी लोक की बातें स्वर्ग लोक तक और स्वर्ग लोक की बात पृथ्वी लोक तक पहुंचाया करते थे। इसलिए उन्हें भगवान और मनुष्यों के बीच का संदेशवाहक भी कहते हैं।
श्रीमद् भागवत की कथा को सुनने के लिए आसपास के गांव से भारी संख्या में भक्त पहुंचे।
इस अवसर पर भाजपा के ओबीसी मोर्चा के प्रांतीय मंत्री अभिलाष चंद्र कौशल , राजकुमार , लल्लू पाण्डेय ,
प्रीति विश्वकर्मा ,पूनम केसरवानी, राम सिंह, दरोगा सिंह,रमेश बहादुर सिंह, रामकरण सिंह ,अजय सिंह, प्रिंस विश्वकर्मा ,वेद विश्वकर्मा, सूर्यमणि मिश्रा, कुदन मिश्रा,उमेश सिंह, दिग्विजय सिंह, आदि सैकड़ो भक्त रहे।
मंडल ब्यूरो चीफ पावन श्रीवास्तव की रिपोर्ट