सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण
जल के संरक्षण और उसकी सही उपयोगिता हम सभी की जिम्मेदारी है- जिला परियोजना अधिकारी संजय कुमार*
रायबरेली
जल की गुणवत्ता को सुधारने एवं शहर में नालों से बहते गंदे पानी को शुद्ध कर सिंचायी व अन्य कार्यों में उपयोग में लाने हेतु जनपद में संचालित 18 एमएलडी क्षमता सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का निरीक्षण जिला परियोजना अधिकारी संजय कुमार की उपस्थिति में किया गया। इस निरीक्षण के दौरान प्लांट इंचार्ज सोवत राना ने संयंत्र की कार्यप्रणाली, तकनीकी विवरण और संचालन प्रक्रिया पर विस्तार से जानकारी प्रदान की। साथ ही, जूनियर रिसर्च फेलो विनय कुमार भी इस निरीक्षण में उपस्थित रहे और उन्होंने संयंत्र की पर्यावरणीय प्रभावों पर शोध आधारित जानकारी प्राप्त की।
संजय कुमार ने इस परियोजना की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह परियोजना शहरी जल निकासी और उपचार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि इस संयंत्र के माध्यम से न केवल सीवेज जल को प्रभावी तरीके से उपचारित किया जा रहा है, बल्कि यह पर्यावरण की रक्षा में भी इसकी अहम भूमिका है। यह परियोजना स्वच्छता, स्वास्थ्य, और जल स्रोतों की सुरक्षा के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से शहर में जल प्रदूषण में कमी आयी है और नागरिकों को स्वच्छ जल की आपूर्ति में मदद हो रही है।
जूनियर इंजीनियर जलित सिंह ने संयंत्र के विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर प्रकाश डाला और बताया कि यह संयंत्र अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित है, जो जल उपचार की गुणवत्ता और क्षमता को बढ़ाता है। उन्होंने यह भी बताया कि इस संयंत्र में नए उपकरणों का उपयोग किया गया है, जो अधिक प्रभावी और समयबद्ध उपचार की क्षमता रखते हैं।
जूनियर रिसर्च फेलो ने इस परियोजना के पर्यावरणीय पहलुओं पर अपने अनुसंधान आधारित विचार प्रस्तुत किए और बताया कि इस संयंत्र के संचालन से न केवल जल प्रदूषण में कमी आ रही है, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन भी बनाए रखने में मददगार है।
संजय कुमार ने अधिकारियों से अपील की कि जल के संरक्षण और उसकी सही उपयोगिता हम सभी की जिम्मेदारी है इसलिए इस परियोजना की गति में तेजी लाएं और प्लांट की क्षमता के अनुरूप पूर्ण रूप से लगातार संचालित किया जाए। इसे जल्द से जल्द तय समय में पूरा करने के लिए पूरी तरह से समर्पित रहें। उन्होंने यह भी कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य न केवल शहरी क्षेत्र में जल प्रदूषण को कम करना है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी एक प्रेरणा है।
निरीक्षण के दौरान संयंत्र के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया गया और अधिकारियों से जरूरी सुझाव प्राप्त किए गए, ताकि कार्यों में कोई रुकावट न आए और परियोजना की समयसीमा के भीतर पूरी हो सके। केमिस्ट चंद्र कांत ने सभी प्रभावी प्रचालन क्षमता से रूबरू कराया एव नमूनों को प्रस्तुत कराया गया।
इस परियोजना के सफल संचालन से शहर के जल प्रबंधन प्रणाली में सुधार होगा, और पर्यावरणीय दृष्टि से भी यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगी। श्री संजय कुमार ने टीम को धन्यवाद दिया और परियोजना की सफलता के लिए उनके निरंतर प्रयासों को सराहा।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट