गायत्री तप की शक्ति से गुरुदेव ने की गायत्री परिवार की रचना
गुरु पूर्णिमा से पूर्व गायत्री परिवार ने मनाया गुरु गीता सप्ताह
शाहगढ़ । 20 जुलाई
शनिवार की प्रभात बेला में बालाजी इंटर कॉलेज नेवादा किशुनगढ़ में पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ संपन्न करते हुए शांतिकुंज हरिद्वार के टोली नायक बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि गायत्री का हर अक्षर शक्ति का स्रोत है। गायत्री मंत्र के 24 अक्षरों में से प्रत्येक अक्षर का अपना स्वतंत्र अस्तित्व और महत्व है। इन अक्षरों को परस्पर मिला देने से परम तेजस्वी सविता देवता से सदबुद्धि को प्रेरित करने के लिए प्रार्थना की गई है। गायत्री सदबुद्धि की देवी हैं।
परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने गायत्री महामंत्र के 24 -24 लाख के 24 महापुरुश्चरण संपन्न किये और गायत्रीमय हो गए।
उन्होंने गायत्री जप -तप से प्राप्त शक्ति को जनकल्याण में नियोजित करने के लिए ही गायत्री परिवार की रचना की जो “हम बदलेंगे ,युग बदलेगा” “हम सुधरेंगे, युग सुधरेगा” का आदर्श लेकर लोगों को देवत्व की तरफ उन्मुख करने में सतत प्रयत्नशील है।
इसके पूर्व गुरुवार की शाम को गायत्री प्रज्ञापीठ मुसाफिरखाना में दीप यज्ञ कराते हुए शान्तिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधि भास्कर तिवारी ने कहा कि मनुष्य धरती का राजकुमार है । ईश्वर का ज्येष्ठ पुत्र है।
उसकी समस्त गतिविधियां ऐसी होनी चाहिए जिससे मानवीय गरिमा पर आंच ना आए। मनुष्य के पास सामान्य जीवात्मा से ऊंचा उठकर महान आत्मा, देवात्मा और परमात्मा बनने का एक सुंदर अवसर है। उत्कृष्ट चिंतन और आदर्श कृतित्व अपनाने से ही यह प्रयोजन पूरा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि ईश्वर ने मनुष्य जीवन जैसा सृष्टि का अनुपम अद्भुत और अद्वितीय साधन हमें इसलिए दिया है इसकी गरिमा समझें और अवसर का श्रेष्ठतम सदुपयोग करके अपनी दूरदर्शिता एवं प्रामाणिकता सिद्ध करें।
इस अवसर पर अजय सिंह, राम प्रकाश मिश्रा, रामयश शास्त्री , अविनाश चंद्र सिंह ,चंद्र प्रकाश मिश्रा, कृष्ण मुरारी पाण्डेय, हरिश्चंद्र मिश्रा, राजेश सिंह उपस्थित रहे। जबकि मुसाफिर खाना में बिजय बहादुर सिंह, शक्ति सिंह, विजय प्रताप सिंह, कुसुम,जया कौशल, प्रतिभा द्विवेदी, सरोज तिवारी आदि उपस्थित रहे।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट