तीन दिवसीय कलतरंग 2024 सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन
जायस,अमेठी
राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर ए.एस.के सिन्हा के निर्देशन और छात्र मामलों के डीन डॉ देबाशीष पांडा, सांस्कृतिक परिषद के संकाय संयोजक डॉ अनिर्बान मुखर्जी, सह संयोजक डॉ. अमित सक्सैना, डॉ. गार्गी श्रीवास्तव और अन्य अध्यापकों के सहयोग से तीन दिवसीय कलतरंग 2024 सांस्कृतिक उत्सव के दूसरे और तीसरे दिन की शुरुआत इस प्रकार हुई
दूसरे दिन सुबह 10 बजे पहले दिन के संगीत-सारंग के फाइनल के साथ हुई। जिसमें प्रतिभागियों के बीच काटे की टक्कर रही।
उसके पश्चात कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी नाट्य-कारो पर रही जिन्होंने मध्याह्न 12 बजे अपने नुक्कड नाटकों के कलाकारों के साथ विकसित-भारत, समाज सुधार और बढ़ती प्रौद्योगिकी-करण में मानव जीवन पर उनके नवाचार का मार्ग दिखाया गया।
वही अवध – अलंकार के साथ मौका दिया गया नव कवियों को अपनी लेखनी के जादू से सबको सम्मोहित करने का ।
शास्त्रीय गायन और वाद्य वृंद इन समारोहों में शिल्पकारों ने अपनी कला के माध्यम से दर्शकों को मोहित किया, जिससे उन्हें संगीत की अनगिनत विविधता का अनुभव हुआ। समारोह ने संगीत प्रेमियों के दिलों को छू लिया और उन्हें संगीत के साथ जोड़ा।
नृत्य मंच में आओजित क्लासिक नृत्य प्रतियोगिता में सारे कलाकारों ने अपने श्रेष्ठ अभिनय से मंच को सजाया और एन्सेम्बल एलीसियम फैशन शो प्रतियोगिता में भाग लेने वाले डिज़ाइनरों ने अपनी क्रियाओं में उत्साह और नवाचार का परिचय दिया।
और दूसरे दिन का अंत “द लॉस्ट फायरफ्लाइज़” बैंड और “डीजे ट्रेसर” द्वारा आयोजित डीजे नाइट में एक दिलचस्प संगीत प्रस्तुति से हुआ।
तीसरे दिन कॉलेज सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान ‘सिंक एंड सोर’ (सामूहिक नृत्य), ‘जुगलबंदियां’ (युगल नृत्य) और ‘एक कला’ (एकल नृत्य) प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
इन नृत्य प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्राएँ अपनी महानता का प्रदर्शन करते हुए उमड़ी मंजिल की ओर बढ़ रहे थे। इस उत्सव ने नृत्य की जादूगरी को स्वर्णिम रंग में रंगा।
मध्याह्न 12 बजे कॉलेज के सांस्कृतिक पर्व में कल्पना-कारवां (स्टेजप्ले) प्रतियोगिता आयोजित हुई।
इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया और नाटक की विविधता को दिखाया।
इस उत्सव में भाग लेने वाले सभी छात्र-छात्राओं ने एक उत्कृष्ट प्रस्तुति प्रस्तुत की और आपसी मतभेदों को छोड़कर साथ मिलकर इसे एक यादगार क्षण बनाया।
जिस के पश्चात शाम को कॉलेज सांस्कृतिक महोत्सव का अंतिम समारोह और पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम हुआ।
जिस्मे महोत्सव के दौरान सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को सम्मानित किया गया और पुरस्कार वितरित किये गये।
और तीसरे दिन का अंत हुआ “डीजे स्वैटरेक्स” और “डीजे तोहिना” के ईडीएम नाइट के इवेंट के साथ, जिसमें युवाओं ने उनके धमाकेदार ट्रैक्स पर नाचा। संगीत की ऊर्जा ने महौल को जीवंत किया और उन्होंने आवाज़ को उचाईयों तक पहुंचाया।
इस रात को युवाओं के बीच एक यादगार अनुभव बना।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट