आरजीआईपीटी में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ
जायस,अमेठी
राजीव गाँधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान, जायस, अमेठी में “सतत विकास के लिए नेट जीरो और एनर्जी ट्रांजिशन” विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ दिनांक 17 फरवरी 2024 को किया गया। सेमिनार 18 फरवरी 2024 तक चलेगा इसका उद्देश्य 2070 तक नेट ज़ीरो की उपलब्धि से संबंधित मुद्दों को उजागर करना और सुचारू ऊर्जा परिवर्तन सुनिश्चित करने के तरीकों की पहचान करना है।
सेमिनार का उद्घाटन संस्थान के निदेशक आचार्य अखौरी सुधीर कुमार सिन्हा, मुख्य अतिथि श्री आर. के. एम. पासी, मुख्य गुणवत्ता प्रबंधक तथा विशिष्ट अतिथि श्री के. सी. पाणिग्रही, प्रचालन निदेशक, एअरलिक्विड द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
कार्यक्रम के आरंभ में डॉ. जया श्रीवास्तव, कार्यक्रम समन्वयक तथा विभागाध्यक्ष, प्रबंध-अध्ययन विभाग द्वारा स्वागत अभिभाषण दिया गया तथा संस्थान के निदेशक आचार्य अखौरी सुधीर कुमार सिन्हा ने उद्घाटन अभिभाषण दिया।
सेमिनार में नेट जीरो एवं ऊर्जा संक्रमण – एक बड़ा औद्योगिक परिप्रेक्ष्य, आपूर्ति श्रृंखला में स्थिरता, अपशिष्ट प्रबंधन, सामाजिक जिम्मेदार निवेशक, अवसर और चुनौतियाँ जैसे बिन्दुओं पर प्रमुखता से चर्चा की गई।
वर्तमान में जलवायु परिवर्तन मानव जाति के सामने सबसे गंभीर चुनौती बन गया है। कम कार्बन उत्सर्जन सुनिश्चित करने और सतत विकास के लिए ऊर्जा मिश्रण में बदलाव करने की आवश्यकता है। पर्यावरण के संरक्षण के लिए भारत सरकार ने 2070 तक नेट ज़ीरो के लिए प्रतिबद्धता जताई है। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने के लिए पवन, सौर, पनबिजली और भू-तापीय ऊर्जा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाना चाहिए।
इससे सतत विकास, उत्सर्जन में कमी, आर्थिक लाभ और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
सेमिनार के दूसरे दिन हिन्दुस्तान एअरोनॉटिक्स के मुख्य प्रबंधक- डिजाइन, आई.आई.टी. कानपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग से आचार्य विनोद तारे द्वारा विषयगत बिन्दुओं पर चर्चा की जायेगी तथा समापन सत्र की अध्यक्षता डॉ. रोहित बंसल, सह-समन्वयक तथा सह-आचार्य, प्रबंध-अध्ययन विभाग द्वारा की जायेगी।
सेमिनार के प्रथम दिवस का समापन सह-समन्वयक तथा अधिष्ठाता, संकाय मामले आचार्य संजय कुमार कर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन देकर किया गया। इस अवसर पर संस्थान के संकाय सदस्य, छात्र/छात्राएं तथा कार्मिक उपस्थित रहे।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट