बी.डी.सी.गुफरान ने दिखाई ईमानदारी और खोया हुआ समान किया वापस
डीह रायबरेली:- आज के समय मे जहां लोग पैसे के पीछे इस कदर दीवाने हो गए हैं।
कि उन्हें अपने रिश्ते और संबंध खत्म करने में देर नहीं लगती,जगह-जगह राहजनों और जेब कतरों की भरमार है ।
वहीं कुछ लोग आज भी ईमानदारी की मिसाल कायम करते हुए भारतीय संस्कारों को जिंदा रखे हुए हैं।
ताजा मामला डीह कस्बे का है जहां लगभग एक लाख रुपए का सामान पड़ा मिलने पर भी युवक ने चारों ओर प्रचार प्रसार करके उसके स्वामी को खोज निकाला और पूरा सामान सौंप दिया।
युवक गुफरान सामानी पुत्र स्व. मुन्नू सामानी को 15 जनवरी को उसकी दुकान के समीप एक झोला पड़ा दिखा जिसको उन्होंने एक बच्चे से सामने चबूतरे पर रखवा दिया।दो तीन घंटे के बाद भी कोई नहीं आया तो थैले को खोलकर देखा।
उसमें प्लास्टिक के डिब्बे में रखे पर्स में सोने की झुमकी,मंगलसूत्र सोने की नथिया,चांदी का पायल,कड़ा,चाँदी की चाभी,क्रीम,विक्स,टिशू पेपर आदि लगभग 70 हजार से 1 लाख रुपये कीमती सामान था।
कल शाम को मसूद अंसारी पुत्र स्व.मोबिन हाफिज निवासी कस्बा डीह की बहू मंताशा अपने मायके नगर पंचायत परशदेपुर से आई और पूरे सामान का ब्योरा बताया तो उसका सामान उसे सौंप दिया।
ईमानदार युवक डीह का क्षेत्र पंचायत सदस्य है।उसने बताया कि उसको यह सीख उसके पिता स्व.मुन्नू चक्कीवाले ने दी थी कि किसी का पाया हुआ सामान रखना नहीं चाहिए।
मैं उन्हीं के बताए रास्ते पर चलता हूं।गुफरान सामानी की ईमानदारी की तारीफ चारों ओर तारीफ हो रही है।
आनंद मोहित मिश्रा की रिपोर्ट