गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ का बावनवां चरण सम्पन्न
व्यक्ति निर्माण की टकसाल है परिवार
अमेठी |23 जुलाई 2023
गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के इक्यावनवें चरण में अमेठी के 12, सरुवांवा के 12 , मुसाफिरखाना के 9 घर सहित कुल 33 घरों में गायत्री महायज्ञ एक साथ एक समय सम्पन्न हुआ।
साथ ही सराय महेशा बहादुरपुर की यज्ञशाला में जनमेंजय तिवारी, आलोक सिंह व अन्य ग्रामवासी साप्ताहिक यज्ञ में शामिल हुए।
एक वर्ष से अधिक समय से अमेठी जनपद में चल रहे गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ का विस्तार तेजी से हो रहा है, बिना किसी भेदभाव के गायत्री परिवार यज्ञ के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक भारतीय संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों को पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है।
यज्ञ एक श्रेष्ठ कर्म है। मनुष्यों और देवताओं के बीच का सम्पर्क सूत्र यज्ञ ही है। उसको सुदृढ़ बनाने के लिए पहले हवन करें फिर खायें। उक्त बातें करते हुए यज्ञाचार्य अशोक कुमार मिश्र ने हरी राम पाण्डेय के यहां यज्ञ कराते हुए बताया कि यज्ञ द्वारा प्रसन्न किये गये देवता मनुष्य को इष्ट भोग प्रदान करते हैं जिससे उसका कल्याण होता है।
संजय मिश्रा के यहां यज्ञ कराते हुए आचार्य सुभाष चन्द्र द्विवेदी ने बताया कि उज्जवल भविष्य की कामना सब करते हैं किन्तु उसके लिए उज्जवल चरित्र की पात्रता जरुरी है। गायत्री महामंत्र जप अनुष्ठान एवं यज्ञ से इस दिशा में मदद मिलती है।
यज्ञाचार्य राम शंकर पाठक ने हरिशंकर मिश्र के यहां यज्ञ कराते हुए बताया कि पं श्री राम शर्मा आचार्य ने परिवार को व्यक्ति निर्माण की टकसाल माना है, परिवार को चरित्र निर्माण की प्रयोग शाला, व्यायाम शाला, समाज निर्माण की सक्रिय , मजबूत इकाई कहा है।
शशांक शुक्ला ने घनश्याम पाण्डेय के यज्ञ कराते हुए बताया कि घर परिवार को उत्कृष्ट बनाने के लिए गुरुदेव ने पांच सूत्रों के पालन की आवश्यकता बताई है प्रतिदिन पूजा स्थल पर नमन वन्दन, सामूहिक प्रार्थना का क्रम, पारिवारिक सत्संग, नित्य प्रणाम अभिवादन का क्रम, बलिवैश्व प्रक्रिया का पालन।
गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के बावनवें चरण में रविवार को भेंटुआ ब्लाक के सरुवांवा ग्रामसभा के यजमानों उदय भान सिंह, श्री राम सिंह, संजय मिश्रा, दुर्गा प्रसाद मिश्र, अखिलेश मिश्र, राजेन्द्र प्रसाद मिश्र, हरी राम पाण्डेय, सदा श्याम पाण्डेय, घनश्याम पाण्डेय, अवधेश कुमार तिवारी, चन्दन सिंह, कृष्ण कुमार जायसवाल व अमेठी नगर के यजमानों शशि लता सिंह निशा सिंह, विनोद कुमार शुक्ल, सन्त प्रसाद पाठक, बुद्धू, सकल देव मिश्र, इन्द्रेश शुक्ला, सुनील श्रीवास्तव, कन्हैया लाल वर्मा, देवमती मौर्य, किरन गुप्ता, चिरौंजी लाल के घरों में यज्ञाचार्य अशोक कुमार मिश्र, शशांक शुक्ला, सुभाष चन्द्र द्विवेदी, इन्द्र देव शर्मा, कविता शर्मा, कोमल मिश्रा, अशोक कुमार, सरिता शर्मा,सुशील कुमार शर्मा, रमेश चंद्र पांडेय, सत्य प्रकाश तिवारी, राम शंकर पाठक, डा धर्मेन्द्र कुमार तिवारी,डा त्रिवेणी सिंह,पवन प्रकाश मिश्र, गिरिजा शंकर शर्मा, मगन लाल, महेश कुमार शर्मा, डा राकेश कुमार मिश्र, देवी प्रसाद ने विधि विधान के साथ देव स्थापना कृते हुए गायत्री महायज्ञ सम्पन्न कराया ।
वहीं मुसाफिरखाना के यजमानों पवन टंडन, डॉ० आनंद अग्रहरि, बृजेश कुमार अग्रहरि, वीरेंद्र कुमार टंडन, अशोक कुमार माहेश्वरी, लालजी कसौंधन, राजेश अग्रहरि, डॉ० ललित कौशल, महेश टंडन के घरों में यज्ञाचार्य कुसुम लता, जया कौशल, किरण कसौधन, निशा पांडे, प्रतिभा, सरोज तिवारी, नंदिता कौशल, चिंता पांडे, वेद प्रकाश श्रीवास्तव , शिव शंकर श्रीवास्तव , डॉ राम बहादुर व् मंगला देवी ने यज्ञकर्म सम्पन्न कराया ।
इस अवसर पर गायत्री परिवार ने यज्ञ करने वाले सभी श्रद्धालुओं को एक बुराई का त्याग करने व एक अच्छाई ग्रहण करने का संकल्प कराया ।
गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के बावनवें चरण को सफल बनाने में धर्मराज सिंह, संजय मिश्रा, डॉ० धर्मेंद्र तिवारी, अवधेश बहादुर सिंह, डॉ० दयानंद सिंह, लाल अशोक सिंह, उदयभान सिंह आदि की सराहनीय भूमिका रही।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट