गौशाला में गोवंशों से क्रूरता, खुली धूप और लू में तड़पते गोवंश
नसीराबाद,रायबरेली। सरकार के गोवंश संरक्षण के सारे दावे झूठे साबित हो रहे हैं।
जहां हजारों की तादाद में बेसहारा गोवंश पानी और चारे की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं वहीं गौशालाओं में बंद जानवर खुली धूप और लू में तड़प तड़प कर मरने को मजबूर हैं। चारा और पानी तो दूर, उन्हें साया भी नहीं नसीब हो रहा है।
जिम्मेदार कर्मचारियों अधिकारियों की लापरवाही के चलते देखरेख के अभाव में बेजुबान गोवंश खुली धूप और जानलेवा लू को बर्दाश्त करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों और सरकार को आशीर्वाद दे रहे हैं। मामला छतोह ब्लॉक की परैया नमकसार ग्राम पंचायत में स्थित गौशाला का है जहां शुक्रवार और शनिवार की दोपहर 12:00 से 1:00 बजे के बीच तमाम जानवर खुली धूप में बैठे पाए गए और देखरेख करने वाले मौज मस्ती में मशगूल रहे।
जो जानवर टीन शेड के नीचे खड़े थे उन्हें भी तेज रफ्तार चल रही खतरनाक गर्म हवाओं से बचाने के लिए बरसाती या बोरियों के पर्दे तक नहीं लगाए गए हैं। पशुओं को चारदीवारी के अंदर बंद करके खुली धूप में रखने वाले जिम्मेदार लोग क्या पशु क्रूरता के दोषी नहीं हैं?
ताज्जुब इस बात का है कि गौरक्षकों और गौमाता के भक्तों सहित तमाम हिंदूवादी संगठन भी चुप बैठे हैं।
खंड विकास अधिकारी छतोह के नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो दोनों दिन सीयूजी नंबर बंद मिला।
अशुतोष श्रीवास्तव की रिपोर्ट