आर.जी.आई.पी.टी. में अनुगम-2022 का आयोजन
राजीव गाँधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान (आरजीआईपीटी), जायस,
अमेठी में आज शनिवार, 12 नवम्बर 2022 को अनुगम-2022 (Orientation Programme) का आयोजन किया गया। इसका आयोजन मुख्य रूप से बी.टेक. एवं एकीकृत द्वि-उपाधि पाठ्यक्रम में, अकादमिक वर्ष 2022-23 में नामांकन लिये छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों का स्वागत करने के उद्देश्य से किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से, नवागंतुकों को पढ़ाये जानेवाले पाठ्यक्रमों, इसमें विभिन्न प्राध्यापकों की भूमिका, संस्थान में छात्रों के लिए उपलब्ध सुविधाएं एवं छात्रावास, मेस, केन्द्रीय पुस्तकालय आदि के उपयोग की विधि व उससे संबंधित नियमों से अवगत कराया गया।
आरजीआईपीटी में अकादमिक वर्ष 2022-23 में बी.टेक. के विभिन्न पाठ्यक्रमों में 9 विदेशी तथा 69 छात्राओं सहित कुल 433 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है। इन छात्र-छात्राओं का चयन देशभर से आई.आई.टी.-जे.ई.ई. (एडवांस्ड/मेन्स) 2022 के रैंकों के आधार पर किया गया है तथा विदेशी छात्रों का प्रवेश स्टडी इन इंडिया योजना के अंतर्गत किया गया है। इन 433 छात्रों में अनुसूचित जाति वर्ग के 71, अनुसूचित जनजाति वर्ग के 9, अन्य पिछड़े वर्ग के 145 एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के कुल 79 छात्रों को उनकी योग्यता के आधार पर प्रवेश दिया गया है।
अनुगम-2022 का शुभारम्भ, संस्थान के निदेशक आचार्य अखौरी सुधीर कुमार सिन्हा, अधिष्ठाता आचार्य उमाप्रसन्न ओझा, अधिष्ठाता- डॉ. सौरभ मिश्रा, अध्यक्ष- स्नातक प्रवेश समिति- डॉ. कौशिक गुहा बिस्वास एवं आचार्य अभय कुमार चौबे, विभागाध्यक्ष- विज्ञान व मानविकी के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
संस्थान के निदेशक आचार्य अखौरी सुधीर कुमार सिन्हा ने कहा कि अनुगम-2022 का आयोजन, इस वर्ष नामांकन लिए बच्चों एवं उनके अभिभावको के लिए स्वागत सह परिचय कार्यक्रम के रूप में किया गया है ताकि उन्हें संस्थान में उपलब्ध सुविधाओं व संबंधित प्राध्यापकों से परिचय कराया जा सके। प्रो. सिन्हा ने आगे कहा कि विश्वविद्यालय युवाओं अनंत अवसर प्रदान करता है जहाँ उन्हें अध्ययन के पर्याप्त संसाधन एवं संरचनात्मक सुविधाएँ प्राप्त होती है और उसके माध्यम से वे अपने जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं। युवाओं को चाहिए कि उन्हें हर क्षेत्र में कैसे एवं क्यों का जवाब खोजने की कोशिश करनी चाहिए। बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को डिग्री सिर्फ नौकरी के लिए ही नहीं बल्कि अपने जीवन में उत्कृष्टता, खुशी एवं समृद्धि प्राप्त करने के लिए करनी चाहिए।
इस अवसर पर, संस्थान के समस्त प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन अधिष्ठाता डॉ. शिवांजलि शर्मा सह-प्राध्यापक के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।
बयूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट