आर.जी.आई.पी.टी. में षष्ठम् दीक्षांत समारोह संपन्न
राजीव गाँधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान (आरजीआईपीटी), जायस, अमेठी में रविवार, 06 नवम्बर 2022 को षष्ठम् दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वर्ष 2022 में उत्तीर्ण हुए छात्र-छात्राओं को उपाधि एवं मेडल प्रदान किये गये। इस वर्ष विद्यावारिधि (पीएच.डी) में 11, एम.बी.ए. पाठ्यक्रम में 27, एम.टेक. रासायनिक अभियांत्रिकी एवं जैव-रासायनिक अभियांत्रिकी में 03, एम. टेक. पेट्रोलियम आभियांत्रिकी एवं भूअभियांत्रिकी में 10, बी.टेक. रासायनिक अभियांत्रिकी एवं जैव-रासायनिक अभियांत्रिकी में 55 एवं बी.टेक. पेट्रोलियम आभियांत्रिकी एवं भूअभियांत्रिकी में 53 छात्र-छात्राएँ तथा ऊर्जा संस्थान बंगलुरू के 42 छात्र-छात्रायें एम.टेक. में उत्तीर्ण हुए हैं। दीक्षांत समारोह में निम्न स्नातकों को विभिन्न श्रेणी में स्वर्णपदक प्रदान किये गये-
(क) राष्ट्रपति स्वर्ण पदक- बी. टेक 2022 के समस्त पाठ्यक्रमों में अकादमिक उत्कृष्टता के लिए –
1. श्री प्रांजल माहेश्वरी (वर्ष 2022)
(ख) निदेशक स्वर्ण पदक- बी. टेक 2022 के समस्त पाठ्यक्रमों में उत्कृष्ट सर्वांगीण प्रदर्शन के लिए
1. श्री सिद्धार्थ जैन (वर्ष 2022)
(ग) संस्थान स्वर्ण पदक-
1. बी. टेक – रासायनिक अभियांत्रिकी परीक्षा 2022 में प्रथम- श्री प्रांजल माहेश्वरी
2. बी. टेक – पेट्रोलियम अभियांत्रिकी परीक्षा 2022 में प्रथम- श्री विधु गुप्ता
3. एम. टेक – पेट्रोलियम अभियांत्रिकी परीक्षा 2022 में प्रथम- श्री फहद खान
4. एम. टेक – नवीकरणीय ऊर्जा परीक्षा 2022 में प्रथम- श्री आनंद वेंकटरमण
5. एम. टेक – ऊर्जा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परीक्षा 2022 में प्रथम- श्री भावसर हट संदीपभाई
6. एम. टेक – विद्युत वाहन प्रौद्योगिकी परीक्षा 2022 में प्रथम- सुश्री सुरक्षा आर
7. एम. टेक – शक्ति एवं ऊर्जा प्रणाली परीक्षा 2022 में प्रथम- श्री अभिजीत राठौर
8. व्यवसाय प्रशासन परास्नातक परीक्षा 2022 में प्रथम- सुश्री सागरिका सिंह
9. व्यवसाय प्रशासन परास्नातक परीक्षा 2022 में प्रथम- श्री प्रफुल कांत दुबे
इस अवसर पर रसायन तंत्र ज्ञान संस्था, मुम्बई के पूर्व कुलपति, पद्म श्री आचार्य गणपति डी. यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। संस्थान के संचालक मण्डल के अध्यक्ष डॉ. एस. शामासुन्दर ने दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की तथा निदेशक एवं विद्या परिषद् के अध्यक्ष आचार्य अखौरी सुधीर कुमार सिन्हा ने संस्थान का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि पद्म श्री आचार्य गणपति डी. यादव, अध्यक्ष- संचालक मण्डल डॉ. एस. शामासुन्दर, निदेशक आचार्य अखौरी सुधीर कुमार सिन्हा, अधिष्ठाता-शैक्षणिक मामले डॉ. उमाप्रसन्न ओझा एवं कुलसचिव श्री जितेन्द्र प्रसाद द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया । सरस्वती वन्दना के उपरान्त अध्यक्ष-संचालक मण्डल डॉ. एस. शामासुन्दर ने दीक्षान्त समारोह आरंभ की घोषणा की।
संस्थान के निदेशक आचार्य अखौरी सुधीर कुमार सिन्हा ने संस्थान का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए संस्थान की उपलब्धियों और प्रगति का उल्लेख करते हुए छात्रों में रचनात्मकता और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन और इनोवेशन सेंटर की स्थापना; अनुसंधान और शैक्षणिक सहयोग के लिए किये जा रहे नवीन समझौतों; प्रबंधकीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन; संस्थान व्याख्यान श्रृंखला; स्कूली छात्रों आदि के लिए ज्ञान-अर्पण जैसी सामाजिक उत्थान की परियोजनाओं के बारे में अवगत कराया।
मुख्य अतिथि पद्म श्री आचार्य गणपति डी. यादव ने उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओं, उनके अभिभावकों तथा अध्यापकों को शुभकामनायें देते हुए राष्ट्र को नई दिशा देने के लिए प्रेरित किया तथा देश एवं समाज के हित में कार्य करने की सीख दी। उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हाइड्रोजन व ग्रीन ऊर्जा के क्षेत्र में अपार संभावनाएँ हैं, इसलिए उन्हें इस क्षेत्र में कार्य करने चाहिए।
राजीव गाँधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान (आरजीआईपीटी) की स्थापना 2008 में संसद के अधिनियम के अधीन राष्ट्रीय महत्व के एक संस्थान के रूप में पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा की गई। वर्तमान में, आरजीआईपीटी पेट्रोलियम, केमिकल, कम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, गणितीय विज्ञान, नवीकरणीय ऊर्जा के स्नातक तथा परास्नातक, एम.बी.ए. एवं डॉक्टरेट स्तरों पर पाठ्यक्रमों का संचालन कर रहा है। इस अवसर पर ऊर्जा क्षेत्र के शीर्षस्थ अधिकारी, शिक्षाविद् तथा संस्थान के छात्र-छात्राएं, अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, आचार्य, कुलसचिव, उप-कुलसचिव एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
बयूरो चीफ पवन श्रीवास्तव