मांगे न माने जाने तक डिजिटल उपस्थिति नही देंगे शिक्षक , संगठन ने सौंपा ज्ञापन
रायबरेली । प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर डिजिटाइजेशन के विरोध में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले हज़ारों की संख्या में जनपद के शिक्षक , शिक्षिकाएं ,शिक्षामित्र जिला बेसिक अधिकारी कार्यालय के परिसर में अपनी जायज मांगो का ज्ञापन सौंपने हेतु एकत्रित हुए ।
जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला ने कहा कि शिक्षकों की जायज मांग 31 उपार्जित अवकाश,12 द्वितीय शनिवार अवकाश, अर्द्ध-आकस्मिक अवकाश की मांग पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है,शिक्षक समाज आज डरा और सहमा हुआ है ।
जिला मंत्री मुकेश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि आखिर शिक्षक समाज से किस बात का बदला लिया जा रहा है। समस्याओं का निराकरण न हो तो शिक्षक आखिर कहां जाए ।
अध्यक्ष-महिला समिति गीता त्रिपाठी ने कहा कि 23 जुलाई को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी , कार्यालय परिसर में शिक्षक धरना प्रदर्शन करेंगे ।
अध्यक्ष संघर्ष समिति पंकज द्विवेदी ने कहा कि सरकार शिक्षक को बदनाम करने में लगी है और लोगों में भ्रम फैला रही है।
जनपदीय कोषाध्यक्ष यादवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि विभागीय अधिकारियों /कर्मचारियों पर दैनिक उपस्थिति हेतु आनलाइन हाजिरी का प्रावधान लागू नहीं है।
जिला संयुक्त मंत्री डॉ चंद्रमणि बाजपेई ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग गरीब घरों-परिवारों के बच्चों को शिक्षा की सुविधा फ्री में उपलब्ध करा रहा है।
जनपदीय अध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार बच्चों से उनकी शिक्षा का हक छीनने की साजिश कर रही है।
कार्यवाहक अध्यक्ष संघर्ष समिति सुरेन्द्र यादव ने कहा कि शिक्षक का दस फीसदी वेतन तो केवल आवागमन में खर्च हो जाता है।
आदर्श शिक्षामित्र असोसिएशन के जिलाध्यक्ष अजित सिंह ने कहा कि शिक्षक प्रतिदिन 50-60 कि०मी० तक अपने निजी साधनों से यात्रा करके विद्यालय पहुँचते हैं।
जनपदीय लेखाकार गंगा चरण भारती ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश भर में मानसून के चलते अधिकांश रास्ते जलभराव से बाधित हैं, कहीं-कहीं सड़के पानी में डूब गयी हैं, शिक्षक दुर्गम मार्गो पर भी बाधाओं को पार करते हुए विद्यालय पहुँच रहे है।
खीरों अध्यक्ष नीरज हंस ने कहा कि शिक्षकों की जायज मांग जब तक पूरी नही की जाएगी तब तक पूरा शिक्षक समाज एकजुट होकर विरोध करता रहेगा ।
शिक्षकों ने एक स्वर में कहा कि जब तक हमारी जायज मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक शिक्षक इस प्रकार के किसी भी तुगलकी फरमान को मानने में सक्षम नहीं हैं।
ज्ञापन का सफल संचालन डॉ• चन्द्रमणि बाजपेई जनपदीय संयुक्त मंत्री द्वारा किया गया ।
इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष यादवेंद्र प्रताप सिंह , गौरा अध्यक्ष शैलेश पांडे , हरचंदपुर अध्यक्ष अरविंद द्विवेदी , सरेनी अध्यक्ष राकेश द्विवेदी , जगतपुर अध्यक्ष डॉ•संजय सिंह , डीह अध्यक्ष कमलेश ओझा , सलोन अध्यक्ष राजेश पांडे , महराजगंज अध्यक्ष विनोद अवस्थी , ऊँचाहार अध्यक्ष दिनेश सिंह , बछरावां अध्यक्ष अमन शुक्ल , शिवगढ़ अध्यक्ष गयेन्दू सिंह , रोहनियां अध्यक्ष पवन शुक्ला , छतोह अध्यक्ष आदित्य पांडे , अमावां अध्यक्ष शशि प्रकाश , लालगंज अध्यक्ष शेखर यादव , राही अध्यक्ष गजेंद्र सिंह , खीरों अध्यक्ष नीरज हंस ,संघर्ष समिति अध्यक्ष सुरेंद्र यादव , मंत्री सुधीर सिंह , जनपदीय उपाध्यक्ष सत्येश सिंह , डॉ•बृजकिशोर , जटा शंकर बाजपेई , उमेश त्रिवेदी , मनीष पांडे , दुष्यंत सिंह , गंगाचरण भारती , विभिन्न विकास क्षेत्रो के मंत्रीगण सुधीर द्विवेदी , नीलेश कुमार , अखिलेश , कीर्ति मनोहर शुक्ल , राकेश जायसवाल , राजेन्द्र सिंह , दिलीप गुप्त , अरविंद मिश्र ,धर्मेंद्र सिंह , आशुतोष पांडेय , रामनारायण , मुन्नालाल, रमेश सिंह , आलोक मिश्र , मो•सगीर , हरिश्चंद्र , अमर यादव , अनुपम शुक्ला , महिला मोर्चा अध्यक्ष गीता त्रिपाठी , अंजना चंद्रा , पारुल दीक्षित , मंजू सिंह , अशोक पाल , अखिलेश तिवारी , धीरेंद्र प्रताप सिंह , दीपक मौर्य , मनीष दीक्षित , स्वदेश रमण त्रिपाठी समेत समस्त विकास क्षेत्रों के शिक्षक ,शिक्षिकाएं , शिक्षामित्र हजारों की संख्या मे ज्ञापन कार्यक्रम में सम्मिलित होकर अपना आक्रोश व्यक्त किया ।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट