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गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के ७४वाँ चरण सम्पन्न


गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के ७४वाँ चरण सम्पन्न

अमेठी । ३ मार्च २०२४

युगतीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार अमेठी द्वारा गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ अभियान के अन्तर्गत थौरा के १४ एवं टिकरी के १२ घरों सहित कुल २६ घरों में गायत्री महायज्ञ एवं देव स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया ।

साथ ही मार्च २०२५ में आयोजित होने वाले राष्ट्र जागरण २५१ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं युवा अभ्युदय कार्यक्रम की सफलता हेतु गायत्री मंत्र लेखन की पुस्तिका एवं धर्म घट की स्थापना भी कराई गई।

यज्ञाचार्य राधेश्याम तिवारी ने यज्ञ कराते हुए कहा कि यज्ञ त्यागमय जीवन के आदर्श का प्रतीक है। इदन्न मम- यह मेरा नहीं सम्पूर्ण समाज का है, इन भावनाओं के विकास से ही हमारा सनातन आध्यात्मिक समाजवाद जीवित रह सकता है।

अपनी प्रिय वस्तुएं घृत, मिष्ठान्न, मेवा औषधियाँ आदि हवन करके उन्हें सारे समाज के लिये बाट देकर हम उसी प्राचीन आदर्श को मनोभूमि में प्रतिष्ठापित करते हैं।

यज्ञाचार्य सुभाष चंद्र द्विवेदी ने यज्ञ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मनुष्य अपनी योग्यता, शक्ति, विद्या, सम्पत्ति, प्रतिष्ठा, प्रभाव पद आदि का उपयोग अपने सुख के लिये कम से कम करके समाज को उसका अधिकाधिक लाभ दे यही आदर्श यज्ञ में सन्निहित है। यज्ञ की प्रतीक पूजा से उन भावनाओं को सारे समाज को हृदयंगम कराया जाता है।

यज्ञाचार्य सुशील शर्मा ने बताया कि यज्ञों की भौतिक और आध्यात्मिक महत्ता असाधारण है। भौतिक या आध्यात्मिक जिस क्षेत्र पर भी दृष्टि डालें उसी में यज्ञ की महत्वपूर्ण उपयोगिता दृष्टिगोचर होती है। डॉ० विजय लक्ष्मी सिंह ने बताया कि यज्ञ के द्वारा जो शक्तिशाली तत्व वायु मण्डल में फैलाये जाते हैं उनसे हवा में घूमते हुए असंख्यों रोग के कीटाणु सहज ही नष्ट होते हैं। साधारण रोगों एवं महामारियों से बचने का यज्ञ एक सामूहिक उपाय है।

यज्ञ द्वारा पृथक-पृथक रोगों की भी चिकित्सा हो सकती है।

यज्ञ तत्व का ठीक प्रकार उपयोग करके अन्य चिकित्सा पद्धतियों के मुकाबले में अधिक मात्रा में और शीघ्रतापूर्वक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।रविवार को गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ एवं देवस्थापना कार्यक्रम के 74 वें चरण में इन यजमानों के घरों में यज्ञ कर्म सम्पन्न हुआ।

ग्रामसभा टिकरी के यजमानसाधू सिंह, हरिकेश सिंह,राम मिलन सिंह, मोहित सिंह, प्रमोद सिंह, अनुराग सिंह,राम केवल सिंह, शिव शंकर सिंह, अंकित सिंह,मनोज सिंह,राज नारायण सिंह

ग्रामसभा थौरा के यजमान

श्याम लाल अग्रहरि, लाल जी शर्मा, कल्लू अग्रहरि, लल्लन अग्रहरि, सियाराम गुप्ता, अशोक गुप्ता, राम दयाल गुप्ता, स्वामी नाथ गुप्ता, दिनेश सिंह, फौजदार सिंह, भूपेन्द्र सिंह, अनुज सिंह, वीरेंद्र सिंह, अरविंद सिंह

यज्ञाचार्यसुभाष चंद्र द्विवेदी, राधेश्याम तिवारी, सुशील कुमार शर्मा, जगन्नाथ शर्मा, गिरिजा शंकर शर्मा, अविनाश चंद्र सिंह, देवी प्रसाद सिंह, पवन प्रकाश मिश्र,डा त्रिवेणी सिंह, इन्द्र देव शर्मा, डा विजय लक्ष्मी सिंह, डा0 राकेश कुमार मिश्र, कविता शर्मा , प्रेम प्रकाश पाण्डेय, शिव प्रसाद तिवारी, सविता शर्मा, सरिता शर्मा ।

जिला समन्वयक डॉ० त्रिवेणी सिंह ने सभी यजमानों को शुभकामनाएँ देते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में साधू सिंह,हरिकेश सिंह,सौरभ सिंह, अवधेश बहादुर सिंह, लाल अशोक चन्द्र सिंह, श्याम लाल अग्रहरि आदि के योगदान की सराहना की।

मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव का रिपोर्ट

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