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बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम (घुइसरनाथ) में श्रावण मेला की बैठक में मंदिर प्रशासन ने दिए सुझाव


बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम (घुइसरनाथ) में श्रावण मेला की बैठक में मंदिर प्रशासन ने दिए सुझाव

श्रावण मास में माह भर गर्भगृह में रुद्राभिषेक नहीं होगा: महंत मयंक भाल गिरि

शाम सात बजे से जलाभिषेक हो जाएगा बंद : महंत मयंक भाल गिरि

बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम (घुइसरनाथ), प्रतापगढ़
बाबाघुश्मेश्वरनाथ धाम मंदिर में चौदह जुलाई से श्रावण मेला की शुरुआत होगी। एक माह तक देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु भगवान बाबा घुश्मेश्वर नाथ धाम के दर्शन करने के लिए उमड़ेंगे। महापर्व को देखते हुए मंदिर प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। रविवार को मंदिर के महंत मयंक भाल गिरि ने कार्यालय में एक बैठक बुलाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम के महंत ने श्रावण मास में दर्शन व्यवस्था, भगवान बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम में श्रावण मेला की तैयारी को लेकर विभिन्न सहायक संगठनों के सहायक मण्डली से व्यापक विचार विमर्श किया।

महंत ने कहा कि कोरोना प्रतिबंध समाप्त होने के बाद इस बार देश-विदेश से लाखों भक्त भगवान बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम व श्रावण मास में होने वाली शयन और प्रातः कालीन आरती के दर्शन करने के लिए आएंगे।

सलिए दर्शन व्यवस्था चाकचौबंद होना चाहिए। दर्शनार्थियों को कम समय में सुविधा से भगवान बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम के सुचारु रूप से दर्शन हो सके इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। महंत ने भगवान बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम में श्रावण मास में आरती के लिए भी विशेष तैयारी करने के निर्देश दिए। श्रावण मेला में बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम मंदिर में चौदह जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत होगी। वहीं मंदिर के महंत ने बताया कि बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम (घुइसरनाथ) में श्रावण मास में दर्शनार्थियों के सुविधाओं को ध्यान में रखते हुये चौदह जुलाई से लेकर बारह अगस्त तक मंदिर के गर्भ गृह में रुद्राभिषेक वर्जित रहेगा, शाम को सात बजे से जलाभिषेक बन्द हो जाएगा उसके तदुपरांत बाबा का श्रृंगार प्रारम्भ हो जाएगा। बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम (घुइसरनाथ) में सावन माह के प्रत्येक सोमवार को प्रातःकालीन आरती ढाई बजे होगी। प्रत्येक सोमवार को भीड़ अधिक होने के कारण एक घंटा पहले प्रातः तीन बजे कपाट खोला जायेगा।

प्रातः कालीन व शयन आरती मे मन्दिर के गर्भ गृह मे भक्तो का प्रवेश वर्जित रहेगा साथ ही (श्रावण मास में दिव्य भव्य शयन महाआरती) चार सोमवार अट्ठारह जुलाई, पच्चीस जुलाई, एक अगस्त, आठ अगस्त और नागपंचमी दो अगस्त रात्रि आठ बजे से अपने समय पर हुआ करेगी। उक्त जानकारी बाबा घुश्मेश्वरनाथ धाम मंदिर के महंत मयंक भाल गिरि ने दी है। बैठक के दौरानमहंत मयंक भाल गिरि, बाबा अनिल गिरि, शीतला प्रसाद गिरि, प्रबंधक लाल बृजेश प्रताप सिंह, आदित्य नारायण द्विवेदी, वीरेंद्र मणि तिवारी, विपिन तिवारी, रवीन्द्र तिवारी, फूलचंद्र पांडेय, धर्मेन्द्र शुक्ल, सुरेंद्र पाठक, संजीव सिंह, उपेंद्र मिश्र, संदीप पांडेय, शुभम श्रीवास्तव, सौरभ, कमल, कुलदीप, विनय, दिवाकर, दिव्यांश, सुशील, लवकुश, प्रदीप, धर्मेंद्र, प्रेमचंद, हरिश्चंद्र, राम आसरे, सूरज व मंदिर प्रशासन के सभी कार्यकर्ता मौजूद रहे।

 

पवन श्रीवास्तव
ब्यूरो चीफ

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