आर.जी.आई.पी.टी. में ऊर्जा संक्रमण- सुस्थिर पथ विषय पर कार्यशाला का शुभारंभ
राजीव गाँधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान में आज 3 अप्रैल 2024 को ऊर्जा संक्रमण- सुस्थिर पथ विषय पर कार्यशाला एवं ऊर्जा संक्रमण के युग में हाइड्रोकार्बन क्षेत्र- उद्योग-अकादमिक पैनल चर्चा कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के पेट्रोलियम इंजीनियरिंग व भूभौतिकी अभियांत्रिकी विभाग व गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम केन्द्र द्वारा भारत सरकार के विज्ञान व इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड के सहयोग से किया गया है।
इस अवसर पर उपस्थित उद्योग व अकादमिक जगत के विशेषज्ञों, विभिन्न संस्थानों आये छात्र-छात्राओं, संस्थान के प्राध्यापकों एवं छात्रों का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक अखौरी सुधीर कुमार सिन्हा ने कहा कि आज के कार्यशाला का विषय बहुत ही सामयिक है क्योंकि माननीय प्रधानमंत्री ने वर्ष 2021 में ब्रिटेन में संपन्न कॉप-26 में कहा कि भारत, वर्ष 2070 तक नेट जीरो लक्ष्य को प्राप्त करने सक्षम होगा। माननीय प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जैव ऊर्जा से नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में संक्रमण की दिशा यह कार्यशाला हम सभी का मार्गदर्शन करेगा। क्योंकि इसके माध्यम से हमलोग उद्योग एवं अकादमिक जगत में उर्जा संक्रमण के क्षेत्र में हो रहे शोध कार्यों से अवगत होंगे। साथ ही, हमें अपनी आगे के शोध की दिशा निर्धारित करने में भी सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर एस.एन.पी. ग्लोबल के शोध व विश्लेषण अनुभाग के निदेशक श्री कलोल साहा ने ऊर्जा संक्रमण- विलय व अधिग्रहण विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
जबकि आई.आई.टी. चेन्नई के वरिष्ठ आचार्य प्रो. जी. सुरेश कुमार ने वैश्विक ऊर्जा संक्रमण के युग में तेल व गैस उद्योग की भूमिका विषय पर विचार रखे। ऑयल मैक्स एनर्जी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. रबी बस्तिया ने कोयला से हरित भविष्य- तेल व गैस के साथ ऊर्जा संक्रमण का मार्ग प्रशस्तीकरण विषय पर अपने विचार रखे और कहा कि हमारे सामूहिक प्रयासों से ही भारत को एक नेट जीरो देश के रूप में विकसित किया जा सकता है।
इसके लिए गहन शोध के साथ वैश्विक निवेश एवं प्रौद्योगिकी नवोन्मेष के क्षेत्र में कार्य किये जाने की आवश्यकता होगी।
इस कार्यक्रम का समन्वय अधिष्ठाता प्रो. आलोक कुमार सिंह, विभागाध्यक्ष प्रो. सतीश कुमार सिन्हा एवं सह-प्राध्यापक डॉ. शिवांजलि शर्मा ने किया।
कार्यक्रम के दूसरे दिन 4 अप्रैल 2024 को फिपी छात्र चैप्टर के 12वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन, हाइड्रोकार्बन उद्योग की नेट जीरो लक्ष्य की दिशा में कदम विषय पर किया गया है।
इसमें फिपी के महानिदेशक श्री गुरमीत सिंह, अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट के श्री जॉर्डन स्ट्राइकर, बी.पी.सी.एल. के कार्यकारी निदेशक श्री एन. चंद्रशेखर, आई.ओ.सी.एल. के कार्यकारी निदेशक श्री राजेश सिंह सहित कई विशेषज्ञ भाग लेंगे और अपना विचार रखेंगे।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट