प्रशिक्षित गंगादूत होंगे मां गंगा के असली सेवक
दीनशाह गौरा-रायबरेली
गंगा तटीय क्षेत्र के युवाओं जागरूक करने एवं माँ गंगा की संस्कृति सभ्यता और सम्मान को संजोने के लिए समाज के युवाओं को प्रेरित कर रही
नमामि गंगे परियोजना के प्रति नेहरू युवा केंद्र रायबरेली युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा दो दिवसीय गंगादूत प्रशिक्षण नरायन पुर बन्ना पंचायत भवन विकास खण्ड दीनशाहगौरा में 50 युवा गंगादूतों के साथ जिला युवा अधिकारी गोपेश पाण्डेय, जिला परियोजना अधिकारी नमामि गंगे संजय कुमार, प्रशिक्षक भूगोल वेत्ता डॉ महादेव सिंह, व अन्य विद्वत्त प्रशिक्षकों द्वारा सरस्वती की प्रतिमा समक्ष दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर किया गया।
परियोजना अधिकारी द्वारा गंगा के मलिनता को दूर करने एवं प्राकृत सभ्यता को सूचित, सभ्यता एवं पवित्रता बरकरार रखने हेतु आत्मीय उद्बोधन किया गया और बताया गया कि गंगादूत ही गंगा के असली कर्णधार साबित होंगे।
राम करन सिंह द्वारा द्वारा माँ गंगा की ममता और सभ्यता को बढ़ावा देते हुए संगीत “आव लौट चलें फिर अपने गांव” के माध्यम से संबोधित किया गया।
प्रशिक्षक महादेव सिंह द्वारा सभी प्रतिभागियों को गंगा की उद्गम सहायक नदियों व उनके मैदानी भाग में प्रवाह क्षेत्र को दर्शाते हुए पंच प्रयाग के बारे में जागरूक किया गया।
राम नरेश पाल द्वारा परियोजना में निहित समस्त घटकों से उद्धृत उद्देश्यों को बढ़ावा दिया गया। सहायक अध्यापक उदय चंद द्वारा पर्यावरण एवं जल संरक्षण की नव चेतना से जागरूक किया गया।
जिला युवा अधिकारी द्वारा गंगा नदी में निवास रत वन्य जीवों को संरक्षित करने हेतु उन्हें जागरूक करते हुए जीवों की सामाजिक महत्ता पर वर्णन किया गया।
ग्राम प्रधान द्वारा सभी युवाओं को हर सम्भव गंगा संरक्षण हेतु सहयोग और गंगा मैदान बनाने हेतु बताया गया। से सम्बंधित कार्यक्रम के सहयोग एवं संचालन में महती भूमिका निभा रहे पूर्व राष्ट्रीय युवा स्वयं सेवक रज्जन मौर्य द्वारा सभी युवाओं को विभिन्न कौशल ज्ञान का परीक्षण कराया गया।
सहयोगी आदित्य प्रताप गुड्डू द्वारा सभी प्रतिभागी युवाओं को जनपद में कराए जा रहे
सभी कार्यक्रम से जानकारी प्रदान की गई। ऐसे सुअवसर पर शिवांगी, वंदना, अर्पित आशिक़ा मौर्य अल्का विमल सत्येंद्र व अन्य सोंधी सज्जन गंगादूतों द्वारा अपनी उपस्थिति दर्ज करायी गए।
बयूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट