मुख्यमंत्री श्री योगी जी शुक्रवार को लखनऊ में कृषि विकास की कार्यशाला में शामिल हुए। योजना भवन में कृषि के विकास के लिए रोड मैप तैयार करने पर विचार हुआ। इसमें देश और प्रदेश के वैज्ञानिक शामिल हुए चर्चा की।
उन्होंने कहा,’ पिछले 2-3 साल से हम कोरोना महामारी से जूझ रहे थे, इससे काफी सेक्टर्स को नुकसान हुआ। लेकिन, कृषि क्षेत्र में 3.5 % की बढत हुई। हम एक उर्वरक प्रदेश में हैं। गंगा यमुना के उर्वरक क्षेत्र के साथ हमारे पास पर्याप्त जल संसाधन भी हैं। पूरे देश की तुलना में हमारे पास 11 से 12 % कृषि भूमि है। देश की तुलना में यूपी की आबादी 16,17 % है। यूपी पूरे देश का करीब 20 % खाद्यान्न उत्पादन करता है ‘
जब उत्तर प्रदेश खड़ा होगा तब उन्नति करेगा
CM योगी ने कहा कि यूपी अब एक्सपोर्ट हब बन गया है। यह एक एक्सपोर्ट ज़ोन बन गया है। इस समय हम 1 लाख 56 हजार करोड़ के प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट कर रहे हैं।अकेले मुरादाबाद के पीतल उद्योग से साढ़े 9 हजार करोड़ के प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट कर रहे है । भविष्य में उत्तर प्रदेश में असीम संभावनाएं हैं। 2017 के पहले कृषि विज्ञान केंद्रों की स्थितियां अब 5 साल में बहुत सुधार लाया गया
SOIL हेल्थ कार्ड में यूपी सबसे आगे
सीएम ने कहा कि 2014 मे देश के अंदर स्वाइल हेल्थ कार्ड की शुरुआत हुई,और उत्तर प्रदेश इसमें आगे है। धान ,गेहूँ के साथ अन्य फसलों की खेती को बढ़ाने की जरूरत है। नेचुरल खेती को बढ़ाने की भी जरूरत है।जैविक खेती के माध्यम से किसानों को आगे बढ़ाया जा सकता है।
खेती में आधुनिक तकनीकी को भी बढ़ाने की जरूरत है।
उत्तर प्रदेश में FPO के गठन की गति तेज हुई है। इस सेक्टर के लिए वैज्ञानिकों व इस क्षेत्र के उद्यमियों को भी मिलकर साथ चलना होगा।सीएम ने कहा कि मुझे इस बात को कहने में कोई हिचक नही है कि संस्थाएं अभी भी आम जन के बीच नहीं पहुंच पाई हैं। शासन की योजनाएं आम जन के लिए ही होती है।
शक्ति श्रीवास्तव की रिपोर्ट