रायबरेली ब्यूरो
अभिलेखों में हेराफेरी के मामले में 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
रायबरेली के कलेक्ट्रेट परिसर स्थित अभिलेखागार में अभिलेखों को खुरचकर नाम बदलने और पन्ने गायब करने के मामले में जिला अधिकारी माला श्रीवास्तव के आदेश पर कलेक्ट्रेट के प्रशासनिक अधिकारी मनोज श्रीवास्तव ने कोतवाली में तहरीर देकर छह लोगों पर जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया है।
आदेश के बाद भी दोषियों पर मुकदमा दर्ज न कराने व फर्जीवाड़े में संलिप्तता प्रतीत होने पर अभिलेखपाल रुकइया बेगम के खिलाफ भी केस दर्ज करा दिया गया है।
दरअसल रायबरेली जिले के सलोन, प्यारेपुर, नुरुद्दीनपुर और जौदहा गांवों की जमीनों से संबंधित अभिलेखागार में रखे दस्तावेजों में हेराफेरी और पन्ने गायब करने का मामला पिछले महीने पकड़ में आया था। पूर्व एडीएम (वित्त एवं राजस्व) प्रेम प्रकाश उपाध्याय की जांच में पांच लोग दोषी पाए गए थे।
डीएम के निर्देश पर बीती 16 जून को ही एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने अभिलेखपाल राजस्व रुकइया बेगम को संबंधितों पर मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए थे।
पर हीलाहवाली कर चलते मुकदमा दर्ज नही करवाया जा रहा था जिसके बाद डीएम माला श्रीवास्तव ने गंभीर रुख अपनाते हुए प्रशासनिक अधिकारी को तत्काल मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए।
प्रशासनिक अधिकारी प्रभारी मनोज कुमार श्रीवास्तव की तहरीर पर शहर कोतवाली में रिटायर्ड व तत्कालीन अभिलेखपाल राजस्व नवल किशोर शुक्ला, वरिष्ठ सहायक व सहायक अभिलेखपाल कृष्ण बहादुर सिंह, चपरासी जफर आलम, करहिया सलोन निवासी आनंद कुमार सिंह, सुषमा देवी, अभिलेखपाल राजस्व रुकइया बेगम पर फर्जी दस्तावेज बनाना, धोखाधड़ी करना, सरकारी अभिलेखों को फाड़कर चोरी करना व मामले को दबाए रखने आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इस पूरे मामले में एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने बताया कि अभिलेखागार के अभिलेखों में हेरीफेरी के मामले में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
संबंधित आरोपियों को पहले ही स्थानांतरित कर दिया गया है। अभिलेखपाल राजस्व को भी अभिलेखागार से हटाने के आदेश दिए गए हैं।
दिलीप कुमार यादव
संवाददाता सदर