गंगा घाट गोकना का निरीक्षण जिला गंगा समिति के अधिकारी द्वारा किया गया
गोकनघाट,ऊंचाहार
जिला परियोजना अधिकारी, जिला गंगा समिति रायबरेली ने जनपद के ऊंचाहार विकास खण्ड के कोटरा बहादुरगंज कल्याणी तीर का पुरवा खरौली गोकर्ण गंगा घाट गोकना का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण गांवों से निकलने वाले नालों ठोस गंदगी पोलीथीन इत्यादि से गंगा नदी में प्रवाहित होने वाले कचरों के प्रबंधन की प्रक्रिया को मापने और इसके लिए अपनाए जा रहे उपायों की जानकारी जुटाने के उद्देश्य से किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि ठोस कचरे का सही तरीके से निस्तारण नहीं किया जा रहा है, जिससे पर्यावरणीय संकट उत्पन्न हो रहा है।
बाबा जमादार मन्दिर के समीप ठोस कचरों का ढेर पाया गया जो मंदिर परिसर को प्रदुषण युक्त बना रहा है।
इस दौरान ग्राम पंचायत बहादुरगंज के प्राथमिक विद्यालय के मुख्य द्वार पर ढेर सारे ठोस कचरे का अंबार दिखा, जो पढ़ने वाले बच्चों के लिए स्वास्थ्य जोखिम का कारण बन रहा है । यह कचरा न केवल बच्चों के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक बड़ी समस्या बन रहा है। वहीं, गांवों से गंदी नालियाँ सड़क पर प्रवाहित हो रही थीं, जो सीधे गंगा नदी में मिल रही थीं, जिससे नदी की स्वच्छता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था।
संजय कुमार ने इस समस्या के समाधान के लिए ग्राम पंचायत और स्थानीय प्रशासन से सख्त कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने गंगा नदी को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त रखने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने के महत्व को भी रेखांकित किया।
माँ गंगा गोकर्ण गंगा सेवा समिति के सचिव, जितेन्द्र द्विवेदी ने एनटीपीसी से प्रवाहित नालों का भी निरीक्षण कराया, जो अत्यधिक गंदे और फेन से युक्त पाए गए। यह नालें सीधे गंगा नदी में मिल रही थीं, जिससे पानी की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है। इस संदर्भ में भी उचित कदम उठाने की आवश्यकता है। संजय कुमार ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगा के प्रदूषण को रोकने के लिए शीघ्र और प्रभावी उपाय किए जाएं। इस दौरान अक्षय कुमार अनूप कुमार व स्थानीय ग्रामीण जन का सहयोग रहा।
मंडल ब्यूरो चीफ पवन श्रीवास्तव की रिपोर्ट